आँखों आँखों में इशारा कर दो तो कुछ बात हो,
दिल की हर बात दिल से कह दो तो कुछ बात हो,
मेरे हाथों में तुम्हारा हाथ हो तो कुछ बात हो,
तुम्हारे दिल से मेरे दिल की मुलाकात हो तो कुछ बात हो,
कल यूँ ही बैठा तो तुम्हारी याद ने कानो में कहा की,
आज तुम्हारे प्यार की बरसात हो तो कुछ बात हो,
आँखों से आंसूं आये और तुम साथ हो तो कुछ बात हो,
तुम्हारा और मेरा जीवन भर का साथ हो तो कुछ बात हो,
तुम हमेशा याद आते हो कभी याद न आओ तो कुछ बात हो,
हमारे दिल के जज्बात तेरे सामने आये तो कुछ बात हो,
तुम सामने आओ और हम बेहोश न हों तो कुछ बात हो,
खुदा आ कर तेरा हाथ मेरे हाथों में दे तो कुछ बात हो|
--- ज्ञान प्रकाश.
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