आज तुम्हारी यादों में ही दिन काट दिया,
तुम्हारे इंतज़ार में अपने आप को ज़ला लिया ।
तुम्हे पता है की नहीं ये तो हमें नहीं पता,
आज पूरा दिन तुम्हारी तस्वीर के साथ गुजार दिया ।
आप तो आयें नहीं हमारे अंजुमन में ,
और हमने अपने ख्यालों में ही आशियाँ बना लिया ।
आप की एक छोटी सी मुलाकात ने बहुत परेशां किया आज हमें,
तो हमने उस मुलाकात को दिल में बसा लिया ।
कुछ तो मजबूरी होगी जो आज आप न आयें,
हमने यह कह के अपने दिल को मना लिया ।
हमारे दिल ने इतना मजबूर किया आज हमें,
बहुत दिनों बाद फिर से हमें शायर बना दिया ।
-- ज्ञान प्रकाश ।
तुम्हारे इंतज़ार में अपने आप को ज़ला लिया ।
तुम्हे पता है की नहीं ये तो हमें नहीं पता,
आज पूरा दिन तुम्हारी तस्वीर के साथ गुजार दिया ।
आप तो आयें नहीं हमारे अंजुमन में ,
और हमने अपने ख्यालों में ही आशियाँ बना लिया ।
आप की एक छोटी सी मुलाकात ने बहुत परेशां किया आज हमें,
तो हमने उस मुलाकात को दिल में बसा लिया ।
कुछ तो मजबूरी होगी जो आज आप न आयें,
हमने यह कह के अपने दिल को मना लिया ।
हमारे दिल ने इतना मजबूर किया आज हमें,
बहुत दिनों बाद फिर से हमें शायर बना दिया ।
-- ज्ञान प्रकाश ।